ॐ जय गैया माता, मैया जय गैया माता।
दूध दही घृत माखन, घर-घर सुख दाता। ॐ जय-
तुम हो गौंवत्री पयस्विनी, तुम हो सुधा दाता।
ओ मैया तुम हो सुधा दाता।
गौरी, धेनु, सुरभी, भद्रा हिंदमाता। ॐ जय गैया माता।
तुम हो कान्हा प्यारी, कपिला गिरिजा गीता।
ओ मैया कपिला गिरिजा गीता।
तुम्हरे चरण जिस घर में, धन बैभव आता। ॐ जय गैया माता।
गौतमी गोमती श्यामा, वैष्णवी मङ्गला गौमाता। ओ मैया वैष्णवी मङ्गला गौमाता।
नंदिनी भारती कृष्णा, रजता, मनसा तृप्ता। ॐ जय गैया माता
गोपेश्वरी कल्याणी, संध्या, ज्वाला, ललिता।
ओ मैया सन्ध्या ज्वाला ललिता।
पंचगव्य तुमसे ही, पूर्णा, भक्ति, त्वरिता। ॐ जय गैया माता।
गोबर ऊर्जादायक, गोमूत्र अमरदाता। ओ मैया गोमूत्र अमरदाता।
रोग प्रतिरोध क्षमता, अमृता कहलाता। ॐ जय गैया माता।
गौसेवा फलदायी, सुख सन्तति करता। ओ मैया सुख सन्तति करता।
जिस घर में तुम रहती, क्लेश नहीं टिकता। ॐ जय गैया माता।
निशदिन आरती जो कोई, प्रेम सहित गाता। ओ मैया प्रेम सहित गाता।
कहत प्रियम सुन साधो, संकट मिट जाता। ॐ जय गैया माता।
ॐ जय गैया माता, मैया जय गैया माता।
दूध दही घृत माखन, घर-घर सुखदाता। ॐ जय गैया माता।