Monday, December 20, 2021

933. मुहब्बत का ठाँव

नफरती दौर में भी एक मुहब्बत का ठाँव दिखा दूँ,
ऐ मतलबी शहर! चल तुझे अपना गॉंव दिखा दूँ।।
कवि पंकज प्रियम