Friday, April 19, 2024

990. चुनावी जाल

जाल बिछाने आएंगे, चाल दिखाने आएंगे।
जात-पात के दाने से, तुम्हें फँसाने आएंगे।
तुमको बचके रहना है, इनके झूठे वादों से-
फँसे अगर इसजाल में, यही मिटाने आएंगे।।
पंकज प्रियम
अपने मत की कीमत समझें। अयोग्य पर बर्बाद न करें

No comments: