मची थी दानव प्रलय,
देव हो गये थे विलय.
चारो तरफ था हाहाकार
तब माँ ने लिया अवतार. किया दानव संहार .
महिषासुर एक राक्षस,
थी जिसमे शक्ति अपार
सौ साल युद्ध किया
स्वर्ग पे लिया अधिकार
तब माँ ने लिया अवतार . किया दानव संहार
महिषासुर से डरे
सारे देव गये
ब्रह्मा -विष्णु मिले
भोले शंकर जुटे
तब माँ का हुआ अविष्कार, किया दानव संहार .
शिव का रूप लिया
हरि का हाथ दिया
अग्नि आंख बने
बाकी ने दिया आकार, शक्ति हुई साकार.
शिव का शूल लिया
विष्णु ने चक्र दिया
सूर्य की किरणे निकली
काल से मिली तलवार. किया दानव संहार
अग्नि की शंक्ति मिली
वायु का बाण चला
इंद्र की वज्र गिरी
सागर का पहन के हार. किया दानव संहार
धरती दोलन लगी
दानव भागन लगे
देव हर्षित हुए
महिषासुर का हुआ संहार. हुई जय जय जयकार.
पंकज प्रियम
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