बिहार में चुनाव बा
कोरोना से बचने को, रोज कहें मोदी पर,
आया जो चुनाव देखो, रैलियां ही रैलियां।
ग़ज़ दुई दूरी और, मास्क भी जरूरी पर,
नेताओं के भाषण में, होती अठखेलियाँ।
कोरोना का खौफ़ कहाँ, दिखता चुनाव पर,
सभी पार्टी खिला रहे, भाषण की गोलियां।
मास्क नहीं दूरी नहीं, भीड़ भरी खचाखच,
ऐसे में कोई क्यूँ भला, सुने तेरी बोलियां।।
कवि पंकज प्रियम
इस रविवार देखिये महासंग्राम
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