Tuesday, June 21, 2022

946.मोह्हबत

अगर हमसे मुहब्बत है तो इतना काम कर लो यार।
मेरी बगिया में खिल के तुम मेरा जीवन करो गुलजार।
मुझे दिल में सदा रखना, नहीं चाहत मेरी कुछ और-
पलक जो बंद हो मेरी,
तेरा ख्वाबों में हो दीदार।।



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