Thursday, April 4, 2019

539.चुनावी चकल्लस-2(दलबदलू)

चुनावी चकल्लस-2

टिकट की आस में नेता, यहाँ पल-पल बदलता है।
टिकट जो कट गयी उसकी, नया वो दल बदलता है।
न कोई राज रहता है,.........न कोई नीति रहती है,
सियासी खेल में नेता,......जगह हरपल बदलता है।
©पंकज प्रियम
4.4.2019

No comments: