हर हर महादेव
हर हर महादेव-हर हर महादेव
हर हर महादेव-हर हर महादेव
सावन मास महीना पावन, चलो चलें शिवधाम,
बाबा भोलेनाथ बनाये,....... बिगड़े सारे काम।
हर हर महादेव- हर हर महादेव
अंतरा-1
बैद्यनाथ के प्रांगण में...........पार्वती के आँगन,
चल कांवरिया जल चढ़ाएं, मिलकर माह सावन।
भारत भूमि झारखण्ड, .........नगरी बाबाधाम।
बाबा भोलेनाथ बनाये--/
हर हर महादेव-2
अंतरा 2
गंगाजल कांवर में उठाकर, चलो चलें दिनरात,
हर-हर गङ्गे साथ चले तो, डरने की क्या बात?
हर लेंगे हरि पीड़ा सारी, भजन करे खुद राम।
बाबा भोलेनाथ बनाये-/
अंतरा 3
बोलबम का नारा बोल, ..... कानों में रस घोल,
पाप किया जो जीवन भर,..सारी गठरी खोल।
मिट जाएंगे पाप सभी,....... लेकर गंगा नाम।
बाबा भोलेनाथ...../
हर हर महादेव-2
अंतरा 4
कामना ज्योतिर्लिंग ये, सती हृदय का वास,
पूर्ण मनोरथ होते जो, आये लेकर आस।
खाली झोली भर जाये, जो भजन करे निष्काम।
बाबा भोलेनाथ बनाये../
अंतरा 5
बैद्यनाथ का पूजन कर, चलना बासुकीनाथ,
भक्तों संग दरबार लगाये, मिलेंगे भोलेनाथ।
बिन दर्शन के बासुकी बाबा, मिले कहाँ विश्राम?
बाबा भोलेनाथ बनाए, बिगड़े सारे काम।
अंतरा 6
बम-बम भोले की चरणों मे, बसा सकल संसार।
लेकर भाव प्रियम जो आता, करते बेड़ा पार।
अपनी पीड़ा लेकर जो भी, आये बाबाधाम।
बाबा भोलेनाथ बनाये, बिगड़े सारे काम।
हर हर महादेव-2
हर हर महादेव-2
©पंकज प्रियम
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