समंदर हूँ मैं लफ़्ज़ों का, मुझे खामोश रहने दो, छुपा है इश्क़ का दरिया, उसे खामोश बहने दो। नहीं मशहूर की चाहत, नहीं चाहूँ धनो दौलत- मुसाफ़िर अल्फ़ाज़ों का, मुझे खामोश चलने दो। ©पंकज प्रियम
Tuesday, December 7, 2010
शीला की जवानी...से ...मुन्नी बदनाम
पंकज भूषण पाठक "प्रियम"
पहले तो मुन्नी बदनाम हुई अब शीला की जवानी भी सताने लगी है और इन दोनों ने लोगो का चैन छीन लिया हैं .आजकल दो गाने काफी चर्चित है मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए ... और शीला...शीला की जवानी... .हैं तो दोनों आइटम सोंग लेकिन उनकी चर्चा खूब हो रही है .क्या बड़े क्या बच्चे हर किसी की जुबान पर ये गाने चढ़े हुए हैं। मै उस वक्त हैरान रह गया जब एक छोटी सी बच्ची को अपनी तोतली आवाज में मुन्नी बदनाम हुई... और शीला की जवानी ..के बोल दुहरा रही थी .शायद ये बुद्धू बक्से यानि टेलीविजन का कमाल हैं जहाँ हर चैनल पर इन गानों की धमाल मची हुई हैं। घर से लेकर बाजार तक इन शीला की जवानी की चर्चा है जिससे तमाम मुन्निया बदनाम हो चुकी है। एक गाना आया था पप्पू कांट डांस साला ...और पप्पू पास हो गया पर पप्पू नाम के लड़के काफी परेशां रहे .कुछ यही हाल इन दिनों मुन्नी और शीला के साथ हो रहा है। मोहल्ले से लेकर स्कुल- कोलेज तक में उनका चलना दूभर हो गया है .सड़क छाप मजनू हो या फिर सहपाठी हर कोई इस इन गानों पर उनकी चुटकी लेने में लगा है। अब इनका क्या कसूर फिल्मवालो ने तो उनके नाम को बदनाम कर दिया .खैर गाने हैं गानों का क्या ...आइटम सोंग है तो उनमे मिर्च मसाला होना लाजमी है। गाने के बोल जो हैं सो हैं लेकिन जरा उसके फिल्मांकन को देखे तो जवानी और बदनामी का पूरा नजारा दिख जाएगा .जो दुसरे आइटम गानों की तरह परिवार के साथ बैठकर देखना तो कतई संभव नही है। लेकिन ये फिल्मवाले भी क्या करे ,इनकी भी बड़ी मज़बूरी है फिल्म को चलाने के लिए ऐसे मसाले तो डालने ही पड़ेंगे .क्युकी फिल्म इंडस्ट्री की हालत इनदिनों वैसे भी कुछ अच्छी नही है और आइटम सोंग तो फिल्मो के चटकपण के लिए शुरू से बेहतरीन साधन रहा हैं। पहले तो आइटम सोंग के लिए अलग से आइटम गर्ल हुआ करती थी जो सेक्सी अदाओ से गाने को रंगीन करती थी लेकिन आज के दौर में बड़ी और सुपरस्टार हीरोइने भी आइटम सोंग करने में अपनी शान समझने लगी है । अब कैटरिना को ही देख ले ..शीला की जवानी में उन्होंने माशा -अल्लाह ..क्या जलवा दिखाया है । इन गानों का हमारे समाज और नई पीढ़ी में क्या असर हो रहा है ये शायद बताने की जरुरत नही है।
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