Sunday, June 23, 2019

584. चमकी मौत

चमकी रोग से देखो यहाँ पे मर रहे बच्चे,
हुई बदनाम लीची तो खाके मर रहे बच्चे।
हुई सब गोद है सुनी मगर सरकार अनसुनी-
बनी यमराज सिस्टम ये कैसे मर रहे बच्चे।।

शिखर को चोट जो आयी किया है ट्वीट मोदी जी,
शतक दोहरा गयी चमकी, किया ना ट्वीट मोदी जी।
फिकर कश्मीर नीतीश को, नहीं चिंता खुद घर की-
कब स्ट्राइक बिहार में,      करो न ट्वीट मोदी जी।।

सुनो ऐ अंजना अंजुम, चमकाओ ना चेहरा तुम,
उन्हें ईलाज करने दो,     लगाओ ना पेहरा तुम।
अगर सवाल करना है तो तुम सरकार से पूछो-
पड़े बीमार हैं बच्चे,    दो न ज़ख्म गहरा तुम।।

©पंकज प्रियम

3 comments:

शिवम् मिश्रा said...

ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 23/06/2019 की बुलेटिन, " अमर शहीद राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी जी की ११८ वीं जयंती - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

Onkar said...

चमकी रोग का सबको मिल कर मुकाबला करना है

पंकज प्रियम said...

जी आभार