Sunday, November 4, 2018

467.सरकार

सरकार
सरकार का नही रहा अब कंट्रोल 
फिर मंहगा हो गया डीजल पेट्रोल.

गैस-डीजल के भी बढ़ते दाम
रोटी-नमक भी नहीं अब आम।
खाना भी अब खजाना होगा
म्यूजियम में ही सजाना होगा।
गरीबों को बस मिलती फटकार
कॉरपोरेट की जेब में सरकार।
जनता को छोड़ा है बीच बाजार
कल्याणकारी नहीं अब सरकार।
कुछ नहीं खुद करती सरकार
पीपीपी मोड पे चलती सरकार।
किसानों में कर्ज का हाहाकार
माल्या मोदी हो जाता तड़ीपार।
खूब हवाई सैर करती सरकार
जनता पे पड़ती महंगाई की मार।
©पंकज प्रियम

No comments: