Friday, February 8, 2019

518. इश्क़ झमाझम

इश्क़ झमाझम

मौसम का ये प्यार देखो।
अम्बर का इज़हार देखो।
इश्क़ झमाझम बरसा है
वसुधा का इक़रार देखो।

घटाटोप घनघोर घटाएं
सनसनाती सर्द हवाएं
टिप-टिप बूंदे बरस रही
दरस को आंखे तरस रही
दिल हुआ बेक़रार देखो।
मौसम का ये प्यार देखो।

दिल से दिल की बात हुई
बिन मौसम बरसात हुई।
तुम भी अब आ जाओ
मुझको गले लगा जाओ
प्रियम का इंतजार देखो।
मौसम का ये प्यार देखो।

©पंकज प्रियम
Happy Propose Day
#झमाझम बसन्त

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