Happy Rose Day
गुलाब
रंग है सुगन्ध है फूल लाजवाब है
प्यार मोहब्बत का तू मेहताब है।
प्रेम के हर सवाल का जवाब है
पूनम का चांद,सहर आफ़ताब है।
क्या करूँ हुस्न की तारीफ तेरी
फूलों में सबसे तू लाजवाब है।
मोहब्बत की गलियों में चर्चा तेरी
इश्क समंदर बहकता शबाब है।
शायर की गज़ल,खिलता कमल
तू जाम छलकता बेहिसाब है।
हर हुस्न के लबों का खिताब है
हर रूप तेरा बस लाजवाब है।
बागों का राज,नैनों का ख्वाब है
कांटों में भी महकता तू गुलाब है।
©पंकज भूषण पाठक"प्रियम"
Happy Rose Day
गुलाब
रंग है सुगन्ध है फूल लाजवाब है
प्यार मोहब्बत का तू मेहताब है।
प्रेम के हर सवाल का जवाब है
पूनम का चांद,सहर आफ़ताब है।
क्या करूँ हुस्न की तारीफ तेरी
फूलों में सबसे तू लाजवाब है।
मोहब्बत की गलियों में चर्चा तेरी
इश्क समंदर बहकता शबाब है।
शायर की गज़ल,खिलता कमल
तू जाम छलकता बेहिसाब है।
हर हुस्न के लबों का खिताब है
हर रूप तेरा बस लाजवाब है।
बागों का राज,नैनों का ख्वाब है
कांटों में भी महकता तू गुलाब है।
©पंकज भूषण पाठक"प्रियम"
Happy Rose Day



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