कविवर निराला के जन्मदिवस पर शतशत नमन
निराला है
**(**(****
हिंदी सुधा सरिता जीवन
पीया जिसने खुद हाला है।
हिंदी सेवा साहित्य सृजन
सुधा, समन्वय, मतवाला है।
नैराश्य से एकाकी जीवन
बचपन जवानी दर्द पाला है
सरोज स्मृति समर्पण
आलोचना विष प्याला है
छायावादी छंदमुक्त क्षवि
जीवन गुढ़ रहस्य वाला है।
मुक्तछंद स्वतंत्र परिमल
महाकवि कविवर निराला है।
©पंकज प्रियम
21.2.18
निराला है
**(**(****
हिंदी सुधा सरिता जीवन
पीया जिसने खुद हाला है।
हिंदी सेवा साहित्य सृजन
सुधा, समन्वय, मतवाला है।
नैराश्य से एकाकी जीवन
बचपन जवानी दर्द पाला है
सरोज स्मृति समर्पण
आलोचना विष प्याला है
छायावादी छंदमुक्त क्षवि
जीवन गुढ़ रहस्य वाला है।
मुक्तछंद स्वतंत्र परिमल
महाकवि कविवर निराला है।
©पंकज प्रियम
21.2.18
No comments:
Post a Comment