प्रहार करो
अब तुम आर करो या पार करो
हर सीमा तुम अब तो पार करो।
सुनो ऐ सरहद के वीर जवानों
खुलकर अब तुम तो वार करो।
निकालो अब शमशीर जवानों
दुश्मनों का जमकर संहार करो।
आतंकी का सीना चीर जवानों
हृदय पर उनके तुम प्रहार करो।
नहीं देना उन्हें कश्मीर जवानों
नापाक इरादों का प्रतिकार करो।
खुद खींचो तुम तस्वीर जवानों
अखण्ड भारत का आकार करो।
लिखो भारत की तकदीर जवानों
देश का सपना तुम साकार करो।
तोड़ो बन्धन की जंजीर जवानों
भारत माँ की जय जयकार करो।
उठो!जागो!वतन के वीर जवानों
जय हिंद का अब तो हुँकार करो।
©पंकज प्रियम
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