Friday, October 18, 2019

691. सुहागन


1222 1222 1222 1222
करे सब कामना औरत, सुहागन ही रहूँ साजन,
पति की उम्र बढ़ने की, करे उपवास वो हरक्षण।
कभी यमराज से लड़ती, बनी वो सावित्री रानी-
भरा सिंदूर लाली और मंगलसूत्र से धड़कन।।
©पंकज प्रियम
गिरिडीह, झारखंड

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