Me Too
हर शख्स पर देखो सवाल हो गया
मीटू मीटू पर देखो बवाल हो गया।
मीटू मीटू पर देखो बवाल हो गया।
उड़ रही हवाईयां सबके अक्स पर
अब कैसा ये देखो बवाल हो गया।
अब कैसा ये देखो बवाल हो गया।
लग रहा दाग़ हर आमो खास पर
उठी उंगलियां तो बवाल हो गया।
उठी उंगलियां तो बवाल हो गया।
उड़ गयी नींद,चैन सुकून भी गया
उठी जो नज़र, तो बवाल हो गया।
उठी जो नज़र, तो बवाल हो गया।
रुपहले पर्दे की वो स्याह हक़ीक़त
छपी किताबों में तो बवाल हो गया।
छपी किताबों में तो बवाल हो गया।
सोचा नहीं था खुलेंगे राज यहां पर
वर्षों बाद खुली तो बवाल हो गया।
वर्षों बाद खुली तो बवाल हो गया।
क्यूँ तब चुप रही,यूँ सब सहती रही?
इस सवाल पर तो बवाल हो गया।
इस सवाल पर तो बवाल हो गया।
©पंकज प्रियम
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