दीवाली
मुबारक मुबारक मुबारक दीवाली,
बड़ी खूबसूरत मुहब्बत दीवाली।
अमावस घनेरी बहुत ही निराली,
लगे है बहुत खूबसूरत दीवाली।
मिटा के अँधेरा सजाती उजाला,
बड़ी खूबसूरत रिवायत दीवाली।
अहम को हराना सचाई जिताना,
खुशियाँ बढ़ाती तिज़ारत दीवाली।
"प्रियम"तो सदा ही जले बन के दीपक,
जमीं को बनाती है जन्नत दीवाली।
©पंकज प्रियम
2 comments:
अमावस घनेरी बहुत ही निराली,
लगे है बहुत खूबसूरत दीवाली।
बहुत सुंदर रचना पंकज जी । दीवाली के ये सभी रंग अपनी आँखों से देख रही हूँ। आपको भी दीवालीकी हार्दिक शुभकामनायें। 🙏🙏🙏१
जी आभार दोनों का
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