दिल पोपट मेरा बोले रे
धक-धक जियरा डोले रे
जब-जब तुझको देखूं मैं
जब -जब तुझको सोचूं मैं
कुहू -कुहू दिल मेरा बोले रे
धक-धक..
जब मैं तुझसे बात करूँ
तुझसे जो मुलाकात करूँ
कनवा शहद सा घोले रे
धक-धक....
जब जब तुझको याद करूँ
दिल को अपने आबाद करूँ
धड़क -धड़क दिल मेरा होले रे
धक- धक.....
सपनों में जब तुम आते हो
आंखों से निंदिया उड़ाते हो
बोलो क्या दिल तेरा बोले रे
धक -धक जियरा डोले रे
मन मैना मेरा बोले रे
धक- धक जियरा डोले रे।
©पंकज प्रियम
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