चाँदनी तेरी याद में देख
आज बादल भी रोया है।
गरज रहा है बरस रहा है
जार जार बहते आंसू से
बरखा की बूंदों से देख
तेरे गम को यूँ धोया है।
रंग भरे बादल से
तेरे नैनों के काजल से
अंधेरी गलियों में तू
जाने कहाँ खोया है।
धरती पे आया वसन्त
तेरा हुआ जीवन अंत
तू थी ही इतनी सुंदर
चाह बैठा तुझे ईश्वर
आज तेरे गम में
हर आशिक रोया है
बादल भी अपने
आंसू से गम धोया है।
#श्रद्धांजलि to मेरी चाँदनी
©पंकज प्रियम
#झमाझम बारिश@बसखारो
आज बादल भी रोया है।
गरज रहा है बरस रहा है
जार जार बहते आंसू से
बरखा की बूंदों से देख
तेरे गम को यूँ धोया है।
रंग भरे बादल से
तेरे नैनों के काजल से
अंधेरी गलियों में तू
जाने कहाँ खोया है।
धरती पे आया वसन्त
तेरा हुआ जीवन अंत
तू थी ही इतनी सुंदर
चाह बैठा तुझे ईश्वर
आज तेरे गम में
हर आशिक रोया है
बादल भी अपने
आंसू से गम धोया है।
#श्रद्धांजलि to मेरी चाँदनी
©पंकज प्रियम
#झमाझम बारिश@बसखारो
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