Friday, May 11, 2018

324.देखते देखते-6

देखते देखते-6
वो क्या थे,क्या हो गए देखते देखते
वफ़ा से बेवफ़ा हो गए देखते देखते।
उनकी हर खुशी में ही मेरी हंसी थी
वो लबों से हंसी ले गए देखते देखते।
हरपल जिन्होंने साथ मेरे ही गुजारा
पल में कैसे बदल गए देखते देखते।
उनकी जुबां पे हरवक्त था नाम मेरा
मुझे बदनाम कर गए देखते देखते।
उनकी मुहब्बत में दिनरात मरते रहे
कैसे नफ़रत वो कर गए देखते देखते।
हर कदम ही उनको संभाला था हमने
वो नजरों से भी गिरा गए देखते देखते
भीड़ में भी उनका साथी बने प्रियम
वो तन्हाई में छोड़ गए देखते देखते।
©पंकज प्रियम
11.5.2018

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