Saturday, May 19, 2018

338.फिर भारत रोया है

#शहीद सीताराम को श्रद्धांजलि

फिर भारत रोया है

अरे!पाक तू औकात पे आया है
क्या नापाक हरकतें दिखाया है
रमजान की मिली थी मोहलत
उसमें भी तुमने आपा खोया है।

एक माँ ने अपना लाल खोया है
पत्नी ने अपना सिंदूर धोया है।
तड़प उठी देखकर धरती सारी
एकबार फिर से भारत रोया है।

देखो वीर शहीद घर पे आया है
आंखों से शैलाब उमड़ आया है
अमर हो गयी है उसकी कहानी
कफ़न में भी तिरंगा लहराया है।

अरे पाक!तू आतंक का साया है
मत भूल जब भी भारत रोया है
हरबार ही तो तूने मुंह की खाई
वीर जवानों ने जमकर धोया है।
©पंकज प्रियम
19.5.2018

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