बैशाख
विष्णु माधव प्रिय मास है
नये प्रकृति का एहसास है।
बैसाखी सम्पन्नता की खुशी
मनाने का पर्व ये खास है।
नर-नारायण का अवतरण
अक्षय तृतीया प्रकृत वरण
नव पल्लव से वृक्ष हैं सजे
गुलमोहर से खिला आँगन।
गंगा का जाह्नवी से मिलन
उष्णता में होता जलार्पण
परशुराम, बुद्ध और सीता
का हुआ धरा में अवतरण।
प्रकृति-पर्व मिलन खास है
नवसृजन का ये एहसास है
फल फूलों से लदा शाख है
मौसम परिवर्तन बैशाख है।
©पंकज प्रियम
19.4.2018
विष्णु माधव प्रिय मास है
नये प्रकृति का एहसास है।
बैसाखी सम्पन्नता की खुशी
मनाने का पर्व ये खास है।
नर-नारायण का अवतरण
अक्षय तृतीया प्रकृत वरण
नव पल्लव से वृक्ष हैं सजे
गुलमोहर से खिला आँगन।
गंगा का जाह्नवी से मिलन
उष्णता में होता जलार्पण
परशुराम, बुद्ध और सीता
का हुआ धरा में अवतरण।
प्रकृति-पर्व मिलन खास है
नवसृजन का ये एहसास है
फल फूलों से लदा शाख है
मौसम परिवर्तन बैशाख है।
©पंकज प्रियम
19.4.2018
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