Wednesday, April 4, 2018

जिंदगी

जिन्दगी
उसने कहा कि रिश्ता तू तोड़ ले
मैंने कहा यादों में आना छोड़ दे।

आज दिल से, कुछ यूं कहा मैंने
उसे याद करना ,अब तू छोड़ दे।

तब कुछ यूं कहा ,दिल ने मुझसे
तेरी सांस है वो ,तू लेना छोड़ दे।

आज ख्वाबों से कहा कुछ यूं मैंने
बहुत दर्द होता है,आस तू छोड़ दे।

तब कुछ यूं कहा,ख्वाबों ने मुझसे
तेरी आँखों में है,आँखे ही फोड़ दे।

वो तेरी धड़कन है,अब तू ही जाने
कहो तो धड़कना ही अब छोड़ दें।

वो तेरा जीवन है,अब तू ही जाने
बेहतर है की तू, जीना ही छोड़ दे।

इतनी भी जिंदगी, नही जी है प्रियम
की अब मुहब्बत करना भी छोड़ दे।

पंकज प्रियम
4.4.2018

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