दुलारा
तू मेरी आँखों का तारा है रे
तू मेरा चन्दा, सितारा है रे
तू मेरे सपनों का सागर है रे
तू मेरा जीवन,सहारा है रे।
तेरे लबों पे ,हंसी यूँ रहे
दामन में तेरे,खुशी ही रहे
तेरा ये जीवन महकता रहे
बचपन सा तू चहकता रहे।
मेरी नदी का किनारा है रे
तू मेरे दिल का दुलारा है रे
भोली सी सूरत तुम्हारा है रे
सतरंगी सपना हमारा है रे
आ मेरी आँखों सजा लूं तुझे
गोदी में थोड़ा बिठा लूं तुझे
लगता कितना प्यारा है रे
तू खूबसूरत सा नजारा है रे।
©पंकज प्रियम
26.4.2018
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