मन बावरे
जोग कैसी जगी मन बावरे
तेरे इश्क़ में डूबी हूँ साँवरे।
मनवा जपे जो श्याम नाम
परछाई दिखे तो घनश्याम।
लागी है राधा की ये लगन
कान्हा की मुरली में मगन।
राधा के नाम श्याम श्याम
राधा-प्रेम कान्हा के नाम।
ना बजाओ ये धुन साँवरे
ना पुकारो मन वो बावरे।
दिल मचल गया तो फिर
बड़ी मुश्किल होगी साँवरे।
तुझमें डूबी यमुना किनारे
मैं कब से बैठी,तेरे आसरे।
©पंकज प्रियम
26.4.2018
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