Wednesday, April 4, 2018

बता कैसे?


ता कैसे?
दिल में ही रहती हो तुम मेरे
दूर तुझसे रहूँ,बता कैसे!

दिल में धड़कती हो तुम मेरे
रोक लूं साँसे,बता कैसे!

ख्वाबों में आती हो तुम मेरे
रात सो जाऊं, बता कैसे!

आँखों में यूँ छुपे हो तुम मेरे
चिलमन गिराऊं,बता कैसे!

यादों में यूँ बसे हो तुम मेरे
खुद को भुलाऊँ बता कैसे!

जान!जिंदगी बन गए हो मेरे
मौत को बुलाऊँ, बता कैसे!
©पंकज प्रियम
4.4.2018

#प्रियम

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